किडनी खराब होने का कारण और कुछ बुरी आदतें जिनसे किडनी को काफी नुकसान हो सकता है Kidney Damage Reasons & Bad Habits

kidney failure

🩺 किडनी (Kidney) क्यों होती है इतनी महत्त्वपूर्ण?

हमारी किडनियाँ शरीर के डिटॉक्स सिस्टम का मुख्य हिस्सा हैं। ये दो बीन्स के आकार के अंग होते हैं जो खून को फिल्टर करके विषाक्त पदार्थ, अतिरिक्त पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स को मूत्र के रूप में बाहर निकालते हैं। इसके अलावा, ये रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित करती हैं, यूरिया, यूरिक एसिड और अमोनिया जैसे अपशिष्ट को हटाती हैं, साथ ही विटामिन D के माध्यम से हड्डियों को मजबूत बनाने वाले कैल्शियम का संतुलन बनाती हैं।

🧠 Quick fact: किडनी प्रतिदिन लगभग 200 लीटर रक्त फिल्टर करती है!

ऐसे में यदि किडनी स्वस्थ न रहे, तो शरीर में यूरिया, क्रिएटिनिन और यूरिक एसिड बढ़ने लगेंगे; ब्लड प्रेशर असंतुलित होगा; और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ने का खतरा होगा—जो कई बार जानलेवा भी बन सकता है।


⚠️ किडनी जल्दी खराब क्यों होती है? मुख्य कारण

1. अधिक नमक (Excess Sodium Intake)

ज़्यादा नमक (sodium chloride) खाने से खून में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। किडनी को इसे फ़िल्टर करना पड़ता है। घंटों के बाद भी शरीर में सोडियम जमा होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और कम क्षमताएँ बढ़ती हैं।

कम करने के कदम:

  • प्रोसेस्ड फूड में हाई सोडियम होता है, इसे घटाएँ।
  • खाने में सेंधा या काला नमक का उपयोग करें—मीठे-संवेदनशील स्वाद के साथ उपयोगी।
  • रात में नमक लगाने से बचें, और खाने में नमक की मात्रा स्पष्ट रूप से तय करें।

2. कम पानी पिया जाना (Dehydration)

पानी का सेवन कम होने से किडनी अधिक काम करती है—क्योंकि उसे विषाक्त पदार्थों को संकेंद्रित मूत्र (concentrated urine) के माध्यम से बाहर निकालना होता है। इससे मूत्र के पथ में संक्रमण (UTI), स्ट्रेस और स्टोन (पथरी) की समस्याएँ हो सकती हैं।

स्वस्थ आदत:

  • हर दिन कम से कम डेढ़ से दो लीटर पानी पियें। ठंडे पानी से बचें, उत्तर दिया नहीं जाता।
  • गर्मियों, व्यायाम या अधिक पसीने में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स भरें।
  • खट्टे फलों का पानी या नारियल पानी भी उपयुक्त विकल्प हैं।

3. धूम्रपान (Smoking)

तम्बाकू में मौजूद निकोटिन और टॉक्सिक तत्व रक्तवाहिकाओं (blood vessels) को बाधित करते हैं। इससे किडनी तक ऑक्सीजनीकृत (oxygenated) रक्त की आपूर्ति कम होती है और किडनी कोशिकाओं की खराबी होती है। इसमें किडनी कैंसर के जोखिम में 50% तक की वृद्धि हो सकती है।

सेफ्टी टिप:

  • अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे तुरन्त बंद करें।
  • किसी हेल्थ प्रोफेशनल से सहायता लें—गैव डिस्ऑर्डर का फॉरम कैथ करना ज़रूरी होता है।

4. पेशाब रोकने की आदत (Holding Urine Too Long)

पेशाब रोकना (holding urine) मूत्राशय (bladder) को खिंचाव में रखता है। इससे मूत्राशय और यूरेटर को दबाव होता है, जो बैक्टीरिया फैलाव का कारण बन सकता है। लंबे समय तक यह आदत किडनी इन्फेक्शन का रास्ता खोल सकती है।

सुझाव:

  • लगे हाथ पेशाब करें—लंबे समय तक पेशाब रोकना शरीर के लिए अच्छा नहीं।
  • बूस्ट मूत्राशय कंट्रोल—”middle-of-road” पर्सिस्टेंस से उसे हल्का बनाए रखिए।

5. दर्द निवारक दवाओं का अधिक इस्तेमाल (Overuse of Painkillers)

IBuprofen, Naproxen, Aspirin जैसी NSAIDs (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs) आम बुखार-दम दर्द दवाएँ होती हैं। इन्हें लगातार लेने से किडनी की गैस्ट्रिक रक्त धारा प्रभावित होती है, जिससे किडनी इन्फ्लेमेशन, ग्लोमेरुलर फंक्शन खराब होता है और क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD) की चेन शुरू हो सकती है।

कैसे करें सुरक्षित उपयोग:

  • सिर्फ डॉक्टरी एडवाइज़ पर ही दवाएँ लें।
  • किडनी दूधिने वाले दर्द में लोग इबुप्रोफेन उपयोग करते हैं—डॉक्टर से सलाह लेकर अल्टरनेट विकल्प अपनाएँ।

6. डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर (Diabetes & Hypertension)

डायबिटीज (high blood sugar) और हाई ब्लड प्रेशर किडनी के नन्हें रक्त वाहिकाओं को क्षति पहुंचाते हैं। इसका परिणाम किडनी से अपशिष्ट छानने की प्रक्रिया बिगड़ना होता है और धीरे-धीरे क्रॉनिक किडनी डिजीज शुरू हो जाती है।

रोकथाम:

  • ब्लड शुगर और बीपी को नियमित मापकर नियंत्रण रखें।
  • शरीर का वजन नियंत्रित रखें—BMI हेल्थी बनाए रखें।
  • यदि आवश्यक हो, तो डॉक्टर की सलाह से ब्लड प्रेशर टैबलेट या इंसुलिन लिया जा सकता है।

🛡️ किडनी को सुरक्षित रखने के उपाय (How to protect your kidneys)

✅ 1. फिट रहें, एक्टिव रहें

सरल एक्सरसाइज जैसे वॉक, योग, स्ट्रेचिंग, साइकलिंग आदत डालें। ये ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं, और रक्त संचार बढ़ाते हुए किडनियाँ स्वस्थ बनाती हैं।

✅ 2. नियमित वजन और ब्लड शुगर चेक करें

डायबिटीज और मोटापे से बचाव जरूरी है—ये दोनों किडनी की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। विशेषकर 30 वर्ष के बाद हर 6 महीने में ब्लड शुगर जांच की सलाह प्रत्याशित है।

✅ 3. हेल्दी डाइट अपनाएँ

  • प्रोसेस्ड फूड, अधिक फैट, और अधिक मिठास से बचें।
  • ढेर सारा ताजा फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, दालें खाएँ।
  • नमक का सेवन 5-6 ग्राम/दिन तक सीमित रखें—जितना हाथ से उबाल लें, उतना ही।

✅ 4. पानी का पर्याप्त सेवन

जहाँ पानी बहुत कम केवल नुकसान पहुंचाता है, वहीं शराब या सोडा की जगह हल्का पानी, नारियल पानी या नींबू पानी जैसे प्राकृतिक पेय आपके किडनी फ़ंक्शन को बढ़ाते हैं।

✅ 5. धूम्रपान छोड़ें

धूम्र का निकोटिन से दूर रहकर ना केवल फेफड़ों को, बल्कि किडनी और अन्य अंगों को सेहत बनायें रखें।

✅ 6. दवाओं का जिम्मेदारी से उपयोग

  • painkiller समेत कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
  • दवाएँ बाध्य करने के बजाय हेल्थ चेकअप दूर रहें।

✅ 7. सालाना हेल्थ चेकअप

किडनी कार्य जाँच जैसे – यूरिन, ब्लड यूरीया, क्रिएटिनिन, ग्लोमेरुलर फ़िल्टर रेट (GFR), इलेक्ट्रोलाइट चेकअप आदि समय-समय पर रिपोर्ट कराएँ। इसका उपयोग early detection में होता है।


👉 आख़िरी शब्द

किडनी हमारी आत्मा-सम्मान का स्तंभ हैं, जो स्वस्थ रहें तो जीवन पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। इन्हें नुक़सान पहुँचना आसान है—लेकिन उनकी सुरक्षा भी हमारे हाथ में है।

✔️ एक फिट बॉडी + नियंत्रित ब्लड प्रेशर/शुगर + संतुलित डाइट + पर्याप्त पानी = आपकी किडनीस आपकी उम्र तक टिके रहेंगी।

➡️ अगर आपको कभी किडनी संबंधी दर्द, पेशाब में जलन, फोमयुक्त पेशाब, मालिश्न, रक्त आदि की समस्या हो तो उसे अनदेखा न करें—समय पर डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।

इस लेख को पढ़कर आपने जाना—किडनी खराब की मुख्य वजहें, और तुरंत क्या करें—अब अपने जीवन शैली में छोटे-छोटे बदलाव करें, और देखें कि आपका हेल्थ कितनी तेजी से बेहतर हो गया! 😊

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